वैसे तो गाय के गोबर पर काफी सारा प्रयोग किया जा चुका है। गाय के गोबर से काफी चीजें बनाई जा रही है। हाल में ही गाय के गोबर से बना हुआ पेंट केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लांच किया था। उसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं गाय के गोबर से बने इंधन के बारे में जो पेट्रोल और डीजल की जगह प्रयोग में लाया जा सकेगा। जिस तरह से दिन-प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है वैसे में राष्ट्रीय गौ आयोग ने गाय के गोबर से बनी सीएनजी प्रयोग में लाने को कहा है। यह ईंधन काफी सस्ता होगा साथ में मेड इन इंडिया भी होगा।
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने गाय के गोबर से बने इंधन, सांड वीर्य बैंक और गांव पर्यटन जैसे सुझाव पेश किए हैं जिससे गांव उद्यमिता को बढ़ावा मिल सके। राष्ट्रीय गौ आयोग ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि “राष्ट्रीय गौ आयोग के द्वारा गाय उद्यमिता पर चर्चा की गई है। दुनिया भर में उद्यमी पुरानी बुद्धिमता का नई तकनीक के साथ प्रयोग कर बेहतरीन संभावनाओं को तलाश कर रहे हैं”

डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि गाय के गोबर से बने ईंधन का प्रयोग काफी समय से किया जा रहा है। इसे सिलेंडर में भरा जाता है तथा इसका प्रयोग कुकिंग के लिए भी किया जाता है। गाय के गोबर से बने ईंधन का प्रयोग परिवहन इंधन के रूप में सफलतापूर्वक किया जा सकता है इससे सस्ता और स्वदेशी परिवहन इंधन भी प्राप्त हो सकेगा।
पेट्रोल और डीजल की कीमत में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की मार हर व्यक्ति झेल रहा है इससे न सिर्फ परिवहन बल्कि माल ढुलाई भी महंगा हो जा रहा है जिससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं भी महंगी होती जा रही हैं। ऐसे में गाय के गोबर से बने सीएनजी इंधन निश्चित हीं इस पर मरहम लगाने का काम करेगी।
केंद्र सरकार के पशुपालन विभाग के अंदर काम करने वाले आयोग ने दावा किया है कि गाय के गोबर कई मायनों में उपयोगी है और या ना सिर्फ अच्छा मुनाफा देता है बल्कि इस क्षेत्र में कारोबारी संभावनाएं भी बहुत हैं।