कुछ लोग बचपन में ही तय कर लेते हैं कि उन्हें भविष्य में यूपीएससी की परीक्षा ही देनी है, परंतु आज हम एक ऐसी लड़की के बारे में बात करेंगे जिसने जीवन के कुछ हालातों से प्रेरित होकर यूपीएससी की परीक्षा देने का निश्चय किया। इस सफर में उन्हें दो बार असफलता का सामना करना पड़ा परंतु वह हार नहीं मानी बल्कि इससे सीख लेते हुए फिर से प्रयास किया और आखिरकार साल 2019 में 16वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा में सफल हुईं।
गुंजन सिंह (Gunjan Singh)
गुंजन उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर की रहने वाली हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई वही से पूरी हुई। उसके बाद उन्होंने जेईई का एंट्रेंस दिया और सेलेक्ट होकर आईआईटी रुड़की चली गईं। वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा किया और साथ ही वह पास के गांव के बच्चों को इंटर्नशिप के लिए पढ़ाने भी लगीं। उन गरीब लोगों को देखकर ही गुंजन ने ऐसे किसी क्षेत्र को ज्वॉइन करने का फैसला किया, जिससे वह गरीब लोगों की मदद कर सकें। तभी गुंजन को ख्याल आया की यूपीएससी के जरिए वह यह सपना पूरा कर सकती हैं।

गुंजन की मां उनकी प्रेरणास्त्रोत
गुंजन ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उसके एक साल पहले गुंजन एक कंपनी में नौकरी करती थीं परंतु यूपीएससी की तैयारी के दौरान गुंजन ने जॉब छोड़ना दी। गुंजन बताती हैं कि उनकी जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणास्त्रोत उनकी मां रही हैं। उनका कहना है कि मां द्वारा दिए गए सानिध्य और गाइडेंस के वजह से ही आज वह जीवन में इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं फिर चाहे वह आईआईटी हो या यूपीएससी।
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16वीं रैंक के साथ हुई यूपीएससी में सफल
गुंजन मुश्किलों से हार मानने वालों में से नहीं हैं। पहली प्रयास में गुंजन का प्री में सेलेक्शन नहीं हो पाया और दूसरे प्रयास में वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचीं परंतु अंतिम सूची में नाम नहीं आया। इतने असफलता के बावजूद भी गुंजन ने प्रयास करना नहीं छोड़ा और अपने तीसरे प्रयास में गुंजन साल 2019 में 16वीं रैंक के साथ सफल हुईं, जिससे उन्हें आईएएस का पद नियुक्त हुआ।

परिवार ने किया मोटिवेट
गुंजन बताती हैं कि इस सफर में उनके परिवारजनों ने उनका खूब हौसला बढ़ाया। खासतौर पर उनकी मां ने उन्हें काफी संभाला। गुंजन बताती हैं कि वह अपनी गलतियों की वजह से पहले दो प्रयासों में सफल नहीं हो पा रही थीं। वह दूसरे अटेम्प्ट के बारे में वह बताती हैं कि आंसर राइटिंग प्रैक्टिस ना करने की वजह से उनके मेन्स में कम अंक आए थे।
ऑर्गेनाइज्ड स्ट्रक्चर बनाकर करें यूपीएससी की तैयारी
गुंजन कहती हैं कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए खुद को मोटिवेट रखना बहुत जरूरी है। आप खुद को इतना मोटिवेट रखें कि किसी भी असफलता मिले आप उससे हार ना माने। इसके अलावा गुंजन कहती हैं कि एक ऑर्गेनाइज्ड स्ट्रक्चर बनाकर पढ़ें। उनका मानना है कि यह सफर बहुत लंबा होता है इसलिए आपको पता होना चाहिए कि कब क्या पढ़ना हैं? अगर आप पहले से यह तय नहीं करते हैं, तो समय पर आपका सिलेबस पूरा नहीं हो पाएगा इसलिए जरूरी है कि आप एक स्ट्रक्चर बना कर पढ़ें।

ऐसे करें यूपीएससी की तैयारी
इसके अलावा गुंजन बताती हैं कि एक माइक्रो स्ट्रक्चर भी बना ले, जिसमें हर रोज़ क्या पढ़ना है, यह तय किया हो और इस बात का पूरा ख्याल रखें कि आप उसे फॉलो करते हैं कि नहीं? दूसरों की स्ट्रेटजी तथा गाइडेंस देखे और उसी से तय करें कि आपको अपनी स्ट्रेटजी कैसे बनानी है? इस परीक्षा में कुछ भी पूछा जा सकता है इसलिए छोटी-छोटी चीज़ों को प्लान करके पढ़े। अंत में गुंजन यही कहती हैं कि अगर आप पूरी लगन से इस परीक्षा की तैयारी करें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी।