उम्र भर कमाया पैसा खत्म हो
सकता है लेकिन जो दुआएँ
किसी की सेवा करने से मिलेगी
वो कभी खत्म नही हो सकती हैं।
आज हम आपको एक ऐसी ही दयालु महिला जो कि ओडिशा के रायगड़ा जिले की रहने वाली श्रीमती शांति देवी के बारे में बताएंगे जिन्होंने पिछले साठ वर्षों से समाज सेवा को अपने जीवन का मुख्य उद्देश्य बनाए हुए है। समाज सेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान वजह से इन्होंने पूरे देश में अपने लिए एक विशेष पहचान बनाई है। आइए जानते हैं उनके बारे में।
समाज सेवा से लगाव
ओडिशा के रायगड़ा जिले की रहने वाली शांति देवी पिछले 60 साल से समाज सेवा का कार्य कर रहीं है। सामाजिक कार्यों में उनका योगदान केवल रायगडा जिले तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनकी ख्याति ओडिशा राज्य के बाहर भी फैली हुई है। वो अनाथ बच्चों के लिए कार्य करती हैं। श्रीमती शांति देवी जी जो मूल रूप से भूदान आंदोलन और ‘सत्याग्रह’ आंदोलन से जुड़ी थीं, बाद में एक सौ इकतीस अनाथ बच्चों को एक मां की तरह आश्रय देकर उनकी देखभाल करती हैं।
गलत का विरोध करना
एक जमींदार परिवार में जन्मी शांति देवी का विवाह सामाजिक कार्यकर्ता डॉ रतन दास के साथ हुआ था। बचपन से ही उसे समाज में देखे जाने वाले अन्याय, अत्याचारों और उत्पीड़न के कृत्यों का विरोध करने की आदत हो गई थी। वह हमेशा गलत चीजों का विरोध करती थी। वह अपने पति की तरह समाज सेवा करने का निर्णय लिया। यहां तक कि उनकी मृत्यु के बाद भी श्रीमती शांति देवी जी टूटीं नहीं बल्कि समाज सेवा के कार्य करती रहीं। समाज सेवा करना ही उन्होंने अपना एकमात्र रास्ता बना लिया था।
Ms Shanti Devi from Odisha is a Gandhian Social Worker serving the poor for 6 decades in Maoist affected Rayagada. She is especially known for her work in the eradication of Yaws, a chronic bacterial infection. She will be awarded Padma Shri 2021. #PadmaAwards2021 #PeoplesPadma pic.twitter.com/4luDOH08MQ
— MyGovIndia (@mygovindia) January 27, 2021
अनाथ बच्चों के लिए आश्रम
अनाथ बच्चों की मां कही जाने वाली शांति देवी ने अनाथ बच्चों को आश्रय प्रदान करने के लिए रायगडा जिले में अनाथालय बनवाए हैं। वह अनाथ बच्चों को लाती है, उन्हें रहने का स्थान देती है, उनकी देखभाल करती है और उनका पालन-पोषण करती है। उनकी शिक्षा की व्यवस्था करने के अलावा वह उन्हें नैतिक शिक्षा भी सिखाती हैं ताकि वे बड़े होकर समाज में सम्मान के साथ रह सकें। इतना ही नहीं वह कई अनाथ लड़कियों की शादी में भी योगदान दे चुकी हैं। उनके इस कार्य के लिए दूर-दूर तक प्रशंसा होती है।
कई सम्मान भी मिला
शांति देवी जिन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह सामाजिक कार्यो में लगा रखा है। उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं। उनके इस नेक कार्यों के लिए उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया है। उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान किए गए हैं।
अनाथ बच्चों को एक माँ के जैसे प्यार-दुलार करके उन्हें आगे बढ़ाने वाली शांति देवी की जितनी भी तारीफ की जाए कम है।