मेरी मंजिल मेरे करीब हैं,
इसका मुझे एहसास हैं,
गुमाँ नहीं मुझे इरादों पर अपने,
ये मेरी सोच और हौसलों का विश्वास हैं।
यह पंक्तियां हाल ही में ट्विटर के नए सीईओ बने श्री पराग अग्रवाल पर सटीक बैठती है। जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलयत के दम पर सफलता के उस शिखर को छुआ है जहां तक पहुंचना हर किसी के लिए संभव नहीं है। कभी किराए के घर में रहने वाले पराग अग्रवाल के परिवार ने यह सोचा भी नहीं था कि वो इतने बड़े पद को प्राप्त करेंगे। आज वह Twitter के सीईओ बन गए हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में।
बचपन से ही पढ़ाई में तेज
1984 में राजस्थान के अजमेर के एक सामान्य परिवार में जन्में पराग अग्रवाल शुरू से ही पढ़ाई में तेज थे। उनके पिता श्री रामगोपाल अग्रवाल मुंबई में बीएमसी में काम करते थे। इससे पहले उनका परिवार अजमेर में एक किराए के घर में रहता था। पिता की जॉब के चलते इनका परिवार उनके जन्म के कुछ समय बाद ही मुंबई में शिफ्ट हो गया और वहीं पर रहने लगा। श्री पराग अग्रवाल ने अपनी स्कूली शिक्षा परमाणु ऊर्जा सेंट्रल स्कूल से पूरी की है। इसके बाद उन्होंने IIT मुम्बई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद पराग अपने आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए। स्टैनफोर्ड में अध्ययन के दौरान श्री पराग अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट, याहू और एटी एंड टी लैब्स में एक इंटर्न के रूप में भी काम किया है।
ट्विटर के साथ जुड़े
पराग अग्रवाल ने साल 2011 में ट्विटर में काम करना शुरू किया था। 2011 में अपनी पीएचडी पूरी करने से पहले कंपनी में शामिल हुए। वह कंपनी की विज्ञापन तकनीकों की देखरेख करने वाली इंजीनियरिंग टीम का एक प्रमुख सदस्य बन गए। श्री पराग अग्रवाल ने प्लेटफॉर्म में क्रिप्टोकरेंसी को शामिल करने के ट्विटर के प्रयासों को भी मैनेज किया है, जिससे यूजर बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में सुझाव भेज सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्विटर की एल्गोरिथम गलतियों के बारे में पारदर्शी होने के प्रयासों का समर्थन किया है।
CEO बनकर नाम किया
शुरुआत में पराग अग्रवाल ने एड-रिलेटेड प्रोडक्ट्स पर काम करना शुरू किया। बाद में वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने लगे। 8 मार्च 2018 को Twitter ने पराग अग्रवाल को CTO के रूप में कार्य करने के लिए चुना। मौजूदा समय में पराग अग्रवाल ट्विटर में सीटीओ यानी चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर नियुक्त हैं। उनसे पहले इस पद पर एडम मेसिंगर नियुक्त थे। एडम ने दिसंबर 2016 में कंपनी छोड़ दी थी। उनके बाद पराग अग्रवाल को अक्टूबर 2017 में ही ट्विटर का सीटीओ बना दिया गया था, लेकिन आधिकारिक रूप से उन्हें सीटीओ पद पर नियुक्त करने की घोषणा 8 मार्च 2018 में हुई। उनके कार्यों को देखते हुए ट्विटर ज्वाइन करने के मात्र 10 साल बाद पराग अग्रवाल ट्विटर के नए सीईओ के रूप में नियुक्त कर दिया गया।
भारत का नाम किया रोशन
ट्विटर के सीईओ बनते ही पराग अग्रवाल ने नया इतिहास रच दिया। भारतीय मूल के पराग अग्रवाल की सफलता को देख हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है। कभी एक सामान्य परिवार में जन्में पराग आज करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। एक वेबसाइट के अनुसार उनकी कुल सम्पत्ति 1.52 मिलियन डॉलर यानी 11 करोड़ रूपये से अधिक है।
आज वह लोगों के लिए प्रेरणा हैं उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर सच्चे दिल से मेहनत की जाए तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।