जो दूसरों की मदद करता है ईश्वर उसकी मदद करते हैं। इसलिए हमेशा हमें दूसरों की मदद करते रहनी चाहिए।
आज हम आपको बिहार के मुंगेर के रहने वाले बिमल कुमार जैन के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपनी सेवा भावना और समर्पण के साथ 35 हजार से अधिक दिव्यांगजनों को आर्टिफिशियल सपोर्ट मुहैया कराया है। उन्होंने कई लोगों को कृत्रिम अंगो के सहारे नया जीवन दान दिया है। कई ऐसे नेक कार्यो के लिए सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया है। आइये जानते हैं उनके बारे में।
मदद करने की चाह
बिहार के मुंगेर के रहने वाले बिमल कुमार जैन का जन्म एक प्रतिष्ठित व्यवसायी घराने में हुआ था। उन्होने इंटरमीडिएट तक की अपनी पढ़ाई मुंगेर से ही पूरी की। जिसके बाद वो आगे स्नात्तकोत्तर की पढ़ाई करने पटना चले गए थे। उनके माता-पिता मुंगेर में ही रहते हैं जबकि वो फिलहाल राजधानी पटना में रह कर व्यवसाय करते हैं। लेकिन समय-समय पर वो अपने परिवार और मित्रों से मिलने मुंगेर आते रहते हैं। उनका शुरू से ही समाज सेवा में आगे रहे हैं। बिमल कुमार जैन आपातकाल में छात्र आंदोलन से गहरे जुड़े और लोकनायक जयप्रकाश के प्रिय पात्रों में एक बन गए थे।
समाज के लिए बहुत कुछ किया
वो शुरू से ही समाज के लिए कुछ करना चाहते थे। इसी उद्देश्य को सार्थक करने के लिए उन्होंने समाज सेवा का रास्ता चुना। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए कार्य करना शुरू किया। उन्होंने देखा कि शारीरिक रूप से विक्लांग लोगों को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जिसके बाद वो कृत्रिम पैर से जुड़े एक संगठन प्रकल्प भारत विकास परिषद से जुड़ गए और दिव्यांग लोगों के लिए कार्य करने लगे।
I am a social worker, and my efforts are towards bringing a change in society. It is our goal to bring more than 75,000 people in Bihar to sign “Sankalp Patra” to donate organs after death for a bigger social cause, says Padma Shri Bimal Kumar Jain#PeoplesPadma #PadmaAwards2020 pic.twitter.com/nZTQAiDMzt
— Prasar Bharati News Services पी.बी.एन.एस. (@PBNS_India) November 8, 2021
दिव्यांगों के लिए काम किया
शारीरिक रूप से दिव्यांग लोगों को श्री बिमल कुमार जैन जी ने कृत्रिम अंगो के सहारे सबल बनाया है। वो प्रकल्प भारत विकास परिषद के महामंत्री के रूप में पटना में भारत विकास परिषद विकलांग अस्पताल चलाते हैं। इसके माध्यम से उन्होंने 35,000 से भी अधिक दिव्यांगजनों को आर्टिफिशियल सपोर्ट के जरिए सशक्त बनाया है।
सम्मानित हो चुके हैं बिमल
बिमल कुमार जैन के अतुलनीय कार्यों को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया है। बिमल जैन को मानवता के सच्चे और निस्वार्थ सेवा के लिए पद्मश्री सम्मान मिला है। आज वो लोगों के लिए प्रेरणा हैं उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अगर इंसान के अंदर समाजसेवा की भावना हो तो एक न एक दिन उसे सफलता जरूर मिलती है। इसी समाजसेवा के बदौलत आज उन्हें पूरा देश जान रहा है।