विद्यार्थी जीवन काल किसी भी मनुष्य के जीवन का सबसे अधिक महत्वपूर्ण काल होता है।इस काल में अगर आप अध्ययन से छूटे तो जीवन में आप कुछ नही कर पाएंगे, इसी विद्यार्थी जीवन काल पर मनुष्य का सम्पूर्ण भविष्य निर्भर करता है।
इसमें जीवन को कडी परीक्षा और परीश्रम से तपाना होता है, इस काल का सदुपयोग करने वाले विद्यार्थी अपने भविष्य काल को बहुत ही आरामदायक और सुखमय बना सकते हैं। आज हम आपके एक ऐसी ही महिला के बारे में बताएंगे जिन्होंने बिना कोचिंग और टेस्ट सीरीज के यूपीएससी में सफल हुईं। आइये जानते हैं उनके बारे में।
कौन हैं अनुकृति शर्मा
अनुकृति शर्मा राजस्थान के जयपुर की रहने वाली हैं। उनके पिता सरकारी नौकरी में थे तथा मां कॉलेज में पढ़ाती थीं। अनु ने जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की। इसके बाद इन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता से जियोलॉजिकल साइंसेज बीएसएमएस में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। अनुकृति ने नेट भी पास किया। इसके बाद वह पीएचडी पूरी करने यूएसए चली गईं। यहां से लौटने के बाद अनु की शादी हो गई।
शादी के बाद UPSC
शादी के बाद ही अनुकृति ने यूपीएससी की परीक्षा देने और सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया। तैयारी के लिए अनु के पास कुछ नही था। वो बाहर भी नही जा सकती थी। उन्होंने कोई कोचिंग की भी सहायता नही ली।
रास्ता भले ही मुश्किल था लेकिन एक बार जो अनु ने ठान लिया फिर उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
अंततः सफल हुई अनुकृति
अनु अपने पांच प्रयासों में इन्होंने दो बार यूपीएससी की परीक्षा पास की। अपने फाइनल अटेम्पट से पहले उन्होंने तीन बार मेंस लिखा था। हर बार उनके नंबर पहले से बेहतर रहे और इसी बात से उन्हें हिम्मत भी मिली। 2017 में इन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा के तीनों चरण पास करते हुए ऑल इंडिया 355वां रैंक प्राप्त किया। 2018 में अच्छी तैयारी के लिए इन्होंने ब्रेक लिए तथा 2019 में पांचवीं बार परीक्षा दी। इस बार इनकी मेहनत पहले से कई ज़्यादा रंग लाई और इन्हें ऑल इंडिया 138वां रैंक प्राप्त हुआ। इस तरह अनुकृति का सपना पूरा हुआ और वह आईएएस ऑफिसर बन गईं।