दुनिया में कई ऐसे बच्चे हैं, जो समाज के लिए काफी काम कर रहे हैं। ये बच्चे न सिर्फ काम कर रहे हैं बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।
आज हम आपको एक ऐसी ही 14 साल की बच्ची नवश्री ठाकुर के बारे में बताएंगे जिसने रसोई का काम आसान करने वाली एक ऐसी मशीन बनाई है, जिससे रसोई का काम बेहद आसान हो जाएगा। आइये जानते है इसके बारे में।
नवश्री ठाकुर का परिचय

नवश्री मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के पिपरिया के पेड़ डोकरी खेड़ा गाँव की रहने वाली हैं। वह दसवीं कक्षा में पढ़ाई करती हैं। नवश्री के माता-पिता मजदूरी करके परिवार की जरूरत पूरी करते हैं। ऐसे में घर के काम की भागदौड़ के तुरंत बाद मां की मेहनत को देखते हुए नवश्री ने इंस्पायर अवॉर्ड योजना के लिए अपने मॉडल में रसोई में एक साथ कई काम करने वाली कम लागत की मशीन बनाई है। यह मशीन रसोई के काम को बेहद आसान कर देती है।
मशीन में बिजली का खर्च नही आता

नवश्री के इस मशीन से कई कामों को एक साथ किया जा सकता है। यह किचन मशीन लकड़ी से बनी हुई है और हाथ से चलानेवाली मशीन है। इसमें बिजली या किसी अन्य प्रकार का खर्च नहीं जुड़ता है। यह मशीन एक ही बार में रोटी बेलने, सब्जी काटने, जूस निकालने, मसाले पीसने सहित इस प्रकार के एक साथ 22 काम करने वाली मशीन है। इस अद्भुत मशीन की यही खूबियां इसे सर्वश्रेष्ठ बनाता है।
नवश्री का मॉडल सभी में अव्वल

नवश्री ने अपने इस मशीन पर काम करना आठवीं कक्षा से ही शुरू कर दिया था। सबसे पहले इस मशीन को उनके स्कूल में और फिर जिला स्तर की प्रतियोगिता में चयनित किया गया। बाद में नवश्री ठाकुर का यह मॉडल देश में प्रथम स्थान पर आया। देशभर के 500 प्रतिभागियों के मॉडल को पीछे छोड़ नवश्री ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस मशीन को तैयार करने नवश्री की विज्ञान की शिक्षिका आराधना पटेल ने भी उनका सहयोग किया है।
एक साथ कई काम करने की क्षमता
नवश्री के इस अद्भुत किचन मशीन का मॉडल सागौन की लकड़ी से बनाया गया है। इसमें बिजली की आवश्यकता नहीं होती है। मशीन का वजन 6.5 किलोग्राम है। इससे एक बार में रोटी बेल सकते हैं। साथ ही जूस निकाल सकते हैं। सलाद भी बना सकते हैं। इसके साथ-साथ गरम मसाला सहित रसोई के करीब 22 काम को अंजाम दिया जा सकता है। नवश्री ने तीन महीने के कड़ी मेहनत के बाद इस मशीन को तैयार किया है।
नवश्री के इस प्रयास की जीतनी प्रशंसा की जाए कम है। आर्थिक स्थिति से कमजोड़ नवश्री ठाकुर ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर हौसला बुलंद हो तो किसी भी कठिन काम को भी अंजाम दिया जा सकता है।