कहते हैं, किसी भी व्यक्ति को एक दिन में सफलता नहीं मिलती मगर मेहनत करने पर एक दिन सफलता ज़रूर मिलती है। प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मनुष्य का जीवन चक्र दो चीज़ों पर ही टिका होता है, वह है दुःख और सुख। जो व्यक्ति अपने दुख के समय में भी खुद को संभाले रखता है, वहीं अपने जीवन में अपने सपनों को पूरा करने में कामयाब होता है। आज हम आपको एक ऐसी ही एक लड़की की कहानी बता रहे है, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत से कठिन संघर्षों के बाद सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। जी हां, उस लड़की का नाम है ऐश्वर्या शर्मा, जिनका चयन भारतीय वायु सेना में हुआ है और दो साल की ट्रेनिंग के बाद वह वायु सेना की तकनीकी शाखा में बतौर फ्लाइंग ऑफिसर शामिल होंगी।

ऐश्वर्या शर्मा इंदौर के महू इलाके की रहने वाली हैं। उन्होंने एसजीएसआईटीएस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है। इनके पिता का नाम वीरेंद्र कुमार शर्मा है, जो नेवी में पेटी ऑफिसर थे। ऐश्वर्या ने बताया कि उनके पिता का भी यही सपना था कि मैं सेना में ही अधिकारी बनूं। ऐश्वर्या को अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
ऐश्वर्या शर्मा अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत करती थीं। उन्होंने साल 2019 में अपना ग्रेजुएशन पूरा किया और तब उनके जीवन में बहुत बुरा हुआ। ऐश्वर्या के ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के करीब 4 महीने बाद ही उनके पिता का निधन हो गया जिस कारण उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया।
पिता के निधन के बाद परिवार की सारी ज़िम्मेदारी ऐश्वर्या के कंधों पर आ गई। अपने परिवार की देखभाल करने के लिए उन्होंने इंफोसिस में नौकरी की। ऐश्वर्या के परिवार में उनकी मां और एक छोटी बहन है। उन्होंने अपने परिवार की सारी ज़िम्मेदारी को निभाया। इन सभी ज़िम्मेदारियों के बावजूद ऐश्वर्या ने अपने पिता के सपनों को कभी मरने नहीं दिया क्योंकि सपने को पूरा करना चाहती थीं। वह इंदौर में किराए के मकान लेकर नौकरी के साथ-साथ अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए पढ़ाई भी कर रही थी। पिछले साल आयोजित वायु सेना की संयुक्त प्रवेश परीक्षा इफेक्ट में शामिल हुए करीब पांच लाख प्रतिभागियों में से केवल 214 प्रतिभागियों को ही चुना गया, जिसमें से एक ऐश्वर्या भी थीं। दो साल की ट्रेनिंग के बाद वायु सेना में उनको जॉइनिंग मिल जाएगी।

ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद ऐश्वर्या को राफेल समेत सेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों जैसे मालवाहक, जहाज, हेलीकॉप्टर और दूसरी मशीनों के रखरखाव की ज़िम्मेदारी दी जाएगी। हैदराबाद में उनकी पहली ट्रेनिंग एयर फोर्स अकैडमी में होगी जो 6 महीने की होंगी और उसके बाद बेंगलुरु के एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज में डेढ़ साल का तकनीकी परीक्षण होगा। ऐश्वर्या शर्मा की ट्रेनिंग 30 जनवरी से शुरू होने वाली है।
लाख मुश्किलों के बावजूद भी ऐश्वर्या शर्मा ने अपनी मेहनत और लगन से अपने पिता के सपनों को पूरा किया। उनकी इस कहानी से हमें यह पता चलता है कि लाख मुश्किलों के बाद भी अगर इंसान चाहे तो वह अपने सपनों को पूरा कर सकता है।